सिखों-हिन्दुओं ने मस्जिद बनवाकर पेश की सौहार्द की अद्भुत मिसाल
लुधियाना के गालिब राण सिंह वाल गांव में सिख और हिंदू परिवारों ने मिलकर एक मस्जिद का निर्माण किया है. गांव के मुस्लिमों नमाज़ पढ़ने के लिए दूसरे गांवों में जाना पड़ता था.
धार्मिक स्थलों को लेकर जहां एक तरफ़ लोग अपने क्षेत्र को रणभूमि बनाते रहते हैं वहीं पंजाब के इस गांव में हिंदू और सिख परिवारों ने सांप्रदायिक सौहार्द की शानदार और अनूठी मिसाल पेश की है. रमज़ान के महीने की शुरुआत के पूर्व ही इस मस्जिद का उद्घाटन हो चुका है. अब एक महीने तक मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़े रखेंगे. इस दौरान पांचों वक्त की नमाज़ के लिए ये लोग मस्जिद में जा सकेंगे.
मस्जिद का नाम हजरत अबू-बकर मस्जिद रखा गया है. इस गांव में रहने वाले मुसलमानों का कहना है कि मस्जिद बन जाने से हम सभी को काफ़ी आसानी होगी यह हमारे लिए ईद का तोहफ़ा है. इस गांव की आबादी लगभग 1300 है, जिसमें मात्र 150 मुसलमान रहते हैं.
इस मस्जिद को बनाने का फैसला करनेके बाद गांव वालों ने बाकायदा मुस्लिम परिवारों के साथ मिलकर इसे बनाने का काम बीते 2 मई से शुरू किया. एक सादे समारोह में सरपंच और गांववालों ने शाही इमाम मौलाना उस्मान रहमानी से मस्जिद का उद्घाटन कराया. जिन्होंने गांववालों की इस पहल को कौमी एकता की नींव मज़बूत करने वाला कदम बताया. ताज़ा अपडेट पाने के लिए हमारे पेज को लाइक करें